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ऐ मेरे चैतन्यघन


प्रवचन सागर के मोती - Vitragvani

आत्मा ज्ञायकपिण्ड, चैतन्यघन है । जाननहार... जाननहार ... शरीर की उत्पत्ति, बाल-युवा- वृद्ध अवस्था या मरण, इन सबसे मैं भिन्न हूँ, ऐसा मैं.

14June 2020, JSS Dr Shaileshanandji Satsang on, Upay, Upe, Atma ...

Satsang on, Upay, Upe, Atma Guno, Insistence and adamant, Clashes, Pratyax, Spasht Vedan, Sang and Prasang, Experiences of Mahatma and ...

Shreemad Rajchandraji - Vitrag e-library

दुःखी मत हो, मैं अपने आत्मस्वरूप में लीन हो रहा हूँ। ... पूर्ण शुद्ध ऐसा चैतन्यघन आत्मा भेदज्ञान ...

पूज्य गुरुदेव श्री कानजीस्वामी के आध्यात्मिक प्रवचन

है, सो ही मैं हूँ' ऐसे आत्मज्ञान से प्राप्त होता हुआ, इस आत्मा को ... और चैतन्यघन, विज्ञानघन प्रभु आत्मा एकरूप है। विज्ञानघन. (है) ...

निर्भय नाद

मैं चैतन्यघन आत्मा हूँ। सारा जगत मेरा ... अपने हृदय में ऐसा सन्देह रखने की अपेक्षा गोली मार लेना श्रेष्ठ है।

Part 88 - Mandukya Upanishad with Swamini Atmaprakasananda

Part 88 - Mandukya Upanishad with Swamini Atmaprakasananda - August 12th, 2021. 52 views · Streamed 2 years ago ...more ...

श्री वीतराग - विज्ञान विद्यापीठ परीक्षा बोर्ड

पर से भिन्न और अपने गुण - पर्यायों से अभिन्न - ऐसा मेरा शुद्ध ... चैतन्यघन है - उसकी ...

आखिरी बात

''जिस दिन मेरे गुरुदेव ने मुझे ... आखिरी बात है कि जैसे भगवान विष्णु क्षीरसागर में आराम पाते हैं ऐसे ही आप अपने अंतरात्मा राम में आराम पाओ । 'मैं चैतन्यघन शांत आत्मा हूँ' आखिरी बात यही है ।

नय- रहस्य

जबसे इस कृति का निर्माण हुआ है, मुझे ऐसा लगता है कि इससे. जैन समाज में एक अपूर्व सामंजस्य ...

Baba Please help me..!!! - Sai Baba Forum

मुझे विचार आने लगा, क्या सचमुच ऐसा घटित होगा । भविष्य की घटनाओं से स्पष्ट है कि बाबा के ...

OM SAI RAM मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहे जिसने ... - Pinterest

... मेरे पास रहे ऐ मालिक जिसने… ... मेरी तकदीर के मालिक मेरी ... चैतन्यघन से अभिन्नता ...

... मेरे पने में नहीं आये । `पंचपरमेष्ठी मेरे इष्ट हैं ऐसा यहाँ नहीं आया। पंचपरमेष्ठी भी ...

Atmachintanam A Reflection upon the Soul-Atma

यह सुषुप्ति तथा जाग्रत् दोनों अवस्थाओं में रहता है (स्वप्नावस्था में भी)। आत्मा अपना स्वरूप ही है (अतः) स्वतः प्रमाणित है । किनके द्वारा (ऐसा आत्मा) स्वीकृत नहीं किया जाता? (अर्थात् ऐसे) आत्मा का अस्तित्व ...

शिरडी के साईं बाबा ग्रुप (रगड़.) - Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.)

... मेरे आँगन में. मेरे आँगन में - मेरे आँगन में. बहन रविंदर जी की प्रस्तुति ... चैतन्यघन में लीन ...

अध्याय-३ - श्री साईबाबा की स्वीकृति, आज्ञा और प्रतिज्ञा, भक्तों को कार्य ...

इससे श्रोताओं के चित्त को शांति प्राप्त. होगी और जब ध्यान प्रगाढ़ और विश्वास दृढ़ हो जाएगा, तब अखंड. चैतन्यघन से अभिन्नता प्राप्त हो जाएगी। ... मुझे विचार आने लगा, क्या सचमुच ऐसा घटित होगा ?

Sai Satcharitra Hindi Chp 24 - SAI my world

श्री हेमाडपंत भी ऐसा एक अपना ही उदाहरण प्रस्तुत करते है । ... जब इस प्रकारा ज्ञान की वृद्घि होती है तो दैहिक बुद्घि नष्ट हो चैतन्यघन में लीन हो जाती है ।

श्री कुन्दकुन्दाचार्यविरचिता - Vitrag e-library

द्र - चैतन्यघन ... आशा है. कि आगे के प्रकाशनोंमें भी वे ऐसे ही सक्रिय रहकर अपने ज्ञानार्जनकी ...

Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.): February 2016

श्री हेमाडपंत भी ऐसा एक अपना ही उदाहरण प्रस्तुत करते है । ... चैतन्यघन में लीन हो ...

सहज साधना

वास्तव में, मैं चैतन्यघन, मुक्त महेश्वर तत्त्व हूँ। ... ऐ मेरे मन ! अगर तू गुरू तत्त्व में जग जाएगा ...

जीवन-मीमांसा - अनन्य योग

सर्वत्र ओतप्रोत चैतन्यघन परमात्मा का ... ऐसे ही मेरे आत्म सागर में कहीं शुद्ध तो ...